काले धन से सने सब नेता ! 'कर' छूट हर दल ले लेता !! जन जन पर 'कर' लाद देता ! नाना प्रकार के कष्ट भी देता !! कर उद्गम पे काट के लेना ! निश्चित समय पे जमा करा देना !! नहीं किया तो दण्ड ब्याज भी देना ! यानि बिना वेतन कर वसूल के देना !! जिसका कट गया है कर उद्गम पर ! कर काट कर भरा ही नहीं गया गर !! जमा नहीं मिलेगा उसे कटा है जिसका ! ये जिम्मा क्यूं कर माना जाता उसका !! सरकार ने भरोसा काटने वाले पे किया ! उसने गर सरकार को धोखा दिया !! कटवाने वाले का इसमें क्या दोष ! अफ़सोस इनको इतना भी न बोध !! कलम की इल्तज़ा है सर्वोच्च से ! स्वयं से वो इसका स्वबोध ले !! जारी करे इस मुद्दे पर स्पष्ट दिशानिर्देश ! ताकि करदाताओं में जाय सही संदेश !! इसी प्रकार का दोष जीएसटी में भी ! सही बिल बना के जीएसटी ले ले जो भी !! यदि वो जमा न कराए सरकार में ! उसी से वसूली उपक्रम चले सरकार से !! जिसने भर दिया खरीद पर ही ! उसे उसका क्रेडिट न देना ठीक नहीं !! यहां भी एकमात्र दोषी वही है ! जिसने वसूल करके भरा नहीं है !! मेरे सुझाव हर दृष्टिकोण से तर्क संगत ही है ! सरकार जनता की सेवक, जनता सरकार की गुलाम नहीं है !! -आवेश हिन्दुस्तानी 23.03.2024 ©Ashok Mangal #AaveshVaani #JanMannKiBaat #blackmoney #taxes