24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में मनाया जाता है। वर्ष 2008 में महिला एवं विकास मंत्रालय भारत, द्वारा बालिकाओं के अधिकारों, शिक्षा एवं स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता को बढ़ाने हेतु यह निर्णय लिया गया। एक लड़की, जिसके होते ही मातम सा छा गया था, कहीं से दबी सी आवाज भी आई, कि लक्ष्मी हुई है, पर मातम के सन्नाटे में खो गई। नहीं पाला उसे उसके माँ बाप ने, सिर्फ लड़को की चाह में,