अकेले बैठकर शाम को किनारा देखा करता था क़ुदरत का सबसे हसीन नज़ारा देखा करता था सुकून मिलता था इन आँखों को उस पल जब पानी में तेरा चेहरा देखा करता था जब में थका, हारा, और तन्हा रहेता था तब मैं साहिल संग बाते करता था बिछड़ने का एहसास तब-तब होता था जब-जब समंदर की लहरों को साहिल से गुजरते देखा करता था... किनारा देखा करता था! #Shaahil #akele #shaam