Nojoto: Largest Storytelling Platform

आहिस्ता आहिस्ता न जाने कब हाथों से फिसल गयी ज़िंदग

आहिस्ता आहिस्ता न जाने कब हाथों से फिसल गयी ज़िंदगी

जिसमे हम थे उसमें सिर्फ़ तुम बन गये फ़िर भी न जाने क्यूँ तन्हा कर के चल दिये #CalmingNature #isqa
#SAD #तन्हा #Zindagi
#Pyar
आहिस्ता आहिस्ता न जाने कब हाथों से फिसल गयी ज़िंदगी

जिसमे हम थे उसमें सिर्फ़ तुम बन गये फ़िर भी न जाने क्यूँ तन्हा कर के चल दिये #CalmingNature #isqa
#SAD #तन्हा #Zindagi
#Pyar