Nojoto: Largest Storytelling Platform

संवेगो की बरसातों में मैं कब महफूज रहा हूं, तुझसे

संवेगो की बरसातों में मैं कब महफूज रहा हूं,
तुझसे क्या टकराऊंगा मैं खुद से जूझ रहा हूं,
क्यूं डर लगता है बुराई से, क्यूं अपनी ही परछाई से,
जिसने मुझे बनाया है मैं तुझसे पूछ रहा हूं।

©Mukesh Pilania महाकाल
#अनुभव #शायरी 

#Shiva
संवेगो की बरसातों में मैं कब महफूज रहा हूं,
तुझसे क्या टकराऊंगा मैं खुद से जूझ रहा हूं,
क्यूं डर लगता है बुराई से, क्यूं अपनी ही परछाई से,
जिसने मुझे बनाया है मैं तुझसे पूछ रहा हूं।

©Mukesh Pilania महाकाल
#अनुभव #शायरी 

#Shiva