अधिकतर दिखावे में सिमटी है जिंदगी... अब जहां में बड़े पैसे, बड़े मकान हो गए हैं। सादगी खो गई है लोगों की... अब इंसानियत से लोग अंजान हो गए हैं। झूठ साच सब बिक जाएगा यहां... बस बड़ा दामन फैलाइए सब दूकान हो गए है। इस धरा पे कोई नहीं है मन... उड़ता गुरूर और लम्बी बातें सब इमान हो गए है। ~~शिवानन्द #दिखावा #गुरूर #सादगी #इंसानियत #झूठसच #जिंदगी #yqdidi #yqbaba