phir ek baar desh saramsaar huva hai... फिर एक बार बेटी का तिरस्कार हुआ हैं फिर एक मासूम का बलात्कार हुआ हैं फिर पूरे देश की आँखो में आँसू हैं फिर एक बार देश शर्मसार हुआ हैं ... देश के कानून की क्या इतनी भी औकात नहीं बेटी की ईज्जत क्या कानून के लिये बडी बात नहीं अपनी हवस के चलते किसी मासूम की जिंदगी खराब की हैं