कबीर दास जी का दोहा दुख में सुमिरन सब करे सुख में करे न कोई जो सुख में सुमिरन करे तो दुख काहे को होय ©knhaiyalal Sain दुख में सुमिरन सब करे सुख में ना करे कोई जो सुख में सुमिरन करे तो दुख काहे को होय #Ocean