जाम ए ज़हर... "जाम ए ज़हर पीला दो, मुझे सुकून की नींद दिला दो। जिसने तुझ कातिल हसीना को बनाया है, मुझे उस खुदा से ही मिला दो। आरे हां तुम मुझे अपने हाथों से जाम ए ज़हर पीला दो।।"