मर रहा है, खा रहा गोलियां, सरहद पर-सीने पर, अब भी खौले न 'खूं' तुम्हारा, धिक्कार है ऐसे जीने पर... #सैनिक #सैनिकों #सांझ_शैलेश #सरहद