रुलाया, तड़पाया, तौहीन, गमगीन, नजरेहीन किया उसने आंशु, गम, दर्द, जख्म, अभी क्या क्या न दिया उसने !! बनाया अपनी जाँ उसने बड़े शौक से मोहब्बत मे ! फिर किसी और का होकर मुझे ठुकरा दिया उसने !! + + + + + + न कुछ हुआ तो किया बहाना जिस्में लाचारी का ! कि मोहब्बत में क्या खूब मुझे आजमाया उसने !! जनता था वो दिल मेरा पाके इश्क में करेगा सजदा ! बना के फिर काफ़िर क्या खूब मुझे तड़पाया उसने !! + + + + + + मोहब्बत का क्या यही अंजाम होता है ! पाके इश्क का क्या यही इनाम होता है !! कि बेवफाओं को मिलता है इनामें शोहरत ! वफ़ा वालों का बस तोहमत इनाम होता है !! + + + + + + होतें हैं जन्मों के साथी इश्क़ में कभी सुना था हमनें ! हाँथ छोड़ बीच में क़िस्सा इश्क का झुठलाया उसनें !! कर के ब़ीरानें गुलशन , बाग़ किसी और का सजाकर ! क्या खूब देखो रिश्ता मोहब्बत का नीतू निभाया उसनें !! + + + + + + थाम हाँथ मेरा जन्नते जहाँ का ख़्वाब दिखा कर ! गिरा रुशवाई में जहाँ जहन्नम बना दिया उसनें !! हमनें सौप दिया रूह भी अ देखो इश्क में जिसको कि ! होे महबूब किसी और का क्या खूब तौफ़ा दिया उसनें !! #Nojoto #AN #Gazal #Sher #Love #Relationship #kya_kya_na_kia_usne