रहा ना इश्क़ बाक़ी और नफ़रत कर नहीं सकता नहीं जिन्दा हूँ तुझमें और ख़ुद मे मर नहीं सकता तिरे पहलू में जीने की नहीं अब रुत रही शायद तुम्हें मैं देख के अब और आहें भर नहीं सकता तुम्हीं पर हारता आया ये अपनी जिंदगी अब तक यक़ीनन जीत जाता पर लड़ाई कर नहीं सकता ज़बाँ पे कुछ दिलों में कुछ मैं वाकिफ़ हूँ रिवाजों से मैं झूठी ज़िंदगी जीने का नाटक कर नहीं सकता अगर जिन्दा जो हूँ मैं तो मिरा एहसान है मुझ पर रहा बेख़ौफ़ हूँ मैं मौत से भी डर नहीं सकता #MrgGhazal #nojotoghazal #nojotohindi #nojoto #ghazal #mrgwrites #ग़ज़ल