मुझे तू खुद में उलझा रहने दे, सुन...तू चली गई ना ? अब"मुझे तू खुद में उलझा रहने दे" अब मुझे सुलझाने की कोशिश न कर अब तू छोड़ ,मैं जहाँ भी हूं बिलकुल सही हूं अब मुझे ,कही और उलझाने की कोशिश न कर अब तू जा ,जो चाहिए था सबकुछ मिल गया न तुझे ? अब बार-बार आकर मुझे बहलाने की कोशिश न कर । सुन...तू चली गई ना ? अब"मुझे तू खुद में उलझा रहने दे" #mrbadri#बद्रीनाथ pooja negi# Suman Zaniyan