दिल तोड़कर आपने अच्छा नहीं किया धौखा वफ़ा की रहा मे खाय है हम जरूर लेकिन किसी के साथ धौखा नहीं किया हमने गुजार दी फकीरी मे ज़िन्दगी लेकिन कभी जमीर का सौदा नहीं किया #दिल की बात #कविता#विचार