उस ग़ुरुब होते आफ़ताब को मेरी इन अबसार के उमड़ते सैलाब में...। अबसार = आंखें तुमने देखा नहीं पतझड़ में भी बहार का रंग मेरे उदास चेहरे पर भी तुम्हारी याद का रंग। #देखानहीं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi