सबसे बड़ा खिलाड़ी देखो, देश बेचने निकल पड़ा है, दढ़ियल एक फ़कीर,! हैं नियमित ग्राहक उसके, चंद गुजराती बड़े अमीर,! रूप बदलने में है वो माहिर,सेवक श्री राम का सच्चा,! हाँकता डींगें बड़ी-बड़ी, भाषणबाजी में अव्वल वीर,!! बड़ी जतन से करता वो, सबसे अपने मन की बातें,! चमचे- बेलचे उसकी करनी पर, फूले नहीं अघाते,! जिनके घरों से उठी है अर्थी, दर्द बस वो ही जानें,! उसके लिए तो सफलता की सीढ़ी हैं, बढ़ती लाशें,!! मरते किसान मरते जवान,उसे प्यारी है अपनी कुर्सी,! जुमलों का सरदार बड़ा वो, नजरें लोमड़ी - सी धूर्ति! नारी तक का मज़ाक उड़ाये, बनाकर मुँहबोली दीदी,! अंधभक्तों की आँखों में हरदम, रगड़ी रहती है सुरती,!! रैलियों का बादशाह है वो, महँगे कोटों का शौकीन,! भीड़ जुटाने में है माहिर, कर प्रोटोकॉल की तौहीन,! अदालत,जज,चुनाव-आयोग; सबको नचाता है वो,! है सबसे बड़ा खिलाड़ी, बाकी हम सारे तमाशबीन,!! #sabsebadakhiladi #selfishworld #selfishleaders #dirtypolitics #dirty_politics #politicsinindia #politics_nowadays