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तुम्हारे दिल मे मेरे लिए प्यार बेशक ना हो। पर मुझे

तुम्हारे दिल मे मेरे लिए प्यार बेशक ना हो।
पर मुझे तो आज भी तुमसे मोहब्बत है।।
"इज़ाजत हो तुम्हारी तो सता लू क्या 
तुम करीबी से लगते हो हक जता लू क्या"
ये चाहकर मै तुमसे बय़ा नही कर सकती,ये कैसी मजबूरी हैं।
शायद प्यार मेरा एकतरफा है ,यही मजबूरी हैं।। 
लोगो की तरह तुम महफ़िल में साथ नही होते हो,
पर  तुम मेरी मोहब्बत के हर अल्फाज़ होते हो।
अब शाम की हर लम्हे किसी की याद में है,
बिना किलकारी किए किसी के गम मे हैं
शायद मुझसे ज्यादा उसका हक था तुमपे।
तभी रेत की दुल्हन सी सजी तुम्हारे इंतज़ार मे है।
अब तुमसे बाते नही होती, तुम्हारी बाते होती हैं
अब हकीकत मे तुम नही होते ,तुम्हारी दुनिया मे हकीकत होती है।।
वक्त भी ना कर सका मुतांज़िर मेरे इश्क का,
कैसा ये संयोग है ।
शायद मोहब्बत मेरी एकतरफा है यही संयोग है।।

©Meantime Morjana
  #meltingdown