ठान ले अगर तू बदलाव जरूर आयेगा कोशिशें बंद ना कर तू मंजिल जरूर पायेगा।। दृढ़ होकर इरादा कर अंतर्मन में झांका कर मुश्किलों के बीच से ही राह तू वो पायेगा। ठान ले अगर तू बदलाव जरूर आयेगा। इस धरा पर आने का कारण तू ये जान ले लेकर कुछ ना जायेगा अटल सत्य ये मान ले मृत्यु शय्या पर जब होगा हृदय बहुत पछतायेगा ठान ले अगर तू बदलाव जरूर आयेगा।। नित नई ऊर्जा भर ले हर क्षण नया कर ले अंतिम दिन समझ केआज तू पूरा हर प्रयत्न कर ले यूँ वक्त गुजर गया तो ये वापस कभी ना आयेगा ठान ले अगर तू बदलाव जरूर आयेगा। कोशिशें बन्द ना कर तू मंजिल जरूर पायेगा।। रचियता- बलवन्त रौतेला 12/09/2019