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भावनाओं के स्पंदन हृदय को पुलकित कर प्रेम के बसंती

भावनाओं के स्पंदन
हृदय को पुलकित कर
प्रेम के बसंती गुलाल से
तन मन को रंग डालते है !

प्राप्त कर एक दूसरे के
अपनत्व का आलिंगन
द्रवित हो द्वैत के सिद्धांत
एक होकर रह जाते है ! 😊💕#good evening💕😊
:
नकल में मन प्रधान बनता है।
प्रवाह के अनुसार कर्म करने लग जाता है।
बुद्धि अपने हित के अनुपात में कर्म तय करती है।
महर्षि पतंजलि ने लिखा है- "चित्तनदी नाम उभयतो वाहिनी"।
चित्त रूपी नदी दोनों ओर बहती है।
ऊपर भी, नीचे भी।
भावनाओं के स्पंदन
हृदय को पुलकित कर
प्रेम के बसंती गुलाल से
तन मन को रंग डालते है !

प्राप्त कर एक दूसरे के
अपनत्व का आलिंगन
द्रवित हो द्वैत के सिद्धांत
एक होकर रह जाते है ! 😊💕#good evening💕😊
:
नकल में मन प्रधान बनता है।
प्रवाह के अनुसार कर्म करने लग जाता है।
बुद्धि अपने हित के अनुपात में कर्म तय करती है।
महर्षि पतंजलि ने लिखा है- "चित्तनदी नाम उभयतो वाहिनी"।
चित्त रूपी नदी दोनों ओर बहती है।
ऊपर भी, नीचे भी।