तेरे ही नाम को सदा पुकारता रहूँ। तू सामने रहे तुझे निहारता रहूँ। है एकही हसरत ख़ुदा मेरीसदा तो सुन, जब तक चले ये साँस तुझे चाहता रहूँ। ©Madhusudan Shrivastava तुझे चाहता रहूँ