सारी छुट्टियाँ पड़ी है छुट्टी पे चले जाओ काम है बहुत हमें हर पल न जी न जलाओ यादों का ये गुलदस्ता लिए रोज़ क्यों आते हो जाओ किसी के गेशुओं में जाके गुल कोई लगाओ मशरूफ़ हो बहुत तो ख़्वाबों में क्यों आते हो साँसों की फेहरिश्त में शुमार हुए जाते हो यादों को दो थोड़ी मोहलत और ख़ुद भी घूम आओ छोड़ो ये सी.एल., ई.एल., एम.एल. के भी झंझट अच्छा चलो ये बायोमेट्रिक भी भूल जाओ डी. एल. रक़म किए दें अनगिन तुम जितने चाहो ख़यालों की रहने दो हो जब फुरसत मिले तो आओ #toyou#yqfun#yqlove#yqdeceptivememories