मौसम को मौसम कि बहारों ने लूटा, हमें कश्ती ने नहीं किनारों ने लूटा, आप तो डर गए मेरी एक कसम से, और आपकी कसम देकर हमें तो हजारों ने लूटा... ©Bhaskar Pappu मौसम को मौसम की बहारों ने लुटा...