फ़िक्र में बच्चों के कुछ इस कदर घुल जाती है मां ; नौजवान होते हुए भी बूढ़ी नजर आती है मां ! रूह के रिश्ते की गहराई तो देखिए चोट लगती है हमें , और सिसकती है मां ; कब जरूरत मेरे बच्चों को हो मेरी इतना सोच कर सो जाती है ! उनकी आंखें पर जागती रहती है मां ; पहले बच्चे को खिलाती है सुकून चैन से बाद में जो कुछ बचा खुशी से खा लेती है मां ! हर छल कपट से बच्चों को बचाने के लिए ढाल बनती है , कभी तलवार बन जाती है मां ; जिंदगी के सफर में गर्दिशों के धूप में जब कोई छाया नहीं मिलता तो याद आती है मां ! देर हो जाती है घर जाने में रेत पर मछली जैसी घबराती है मां ; मरते दम तक अगर बच्चे ना आए परदेश से अपनी दोनों पुतलियां चौखट पर रख जाती है मां ! शुक्रिया कभी हो ही नहीं सकता उसका मरते मरते भी दुआ जीने की दे जाती है मां ; -------harshita_tripathi👩🎓------- ©Harshita tripathi I dedicate this to my mom...❤️ i will always be grateful to them 🤗🧿 #Nojoto #Nojotoindia #harshitatripathi #viralnojoto #maa #thought_of_the_day #thought #humantouch