"बचपन" सोचा आज क्यों ना बैठकर बचपन को याद किया जाए, और क्यों ना बचपन की यादों को फिर से जिया जाए। मगर जब बचपन को फिर से जेह़न मे उतारा मैनें, तों सब कुछ बदल गया था, बचपन अब, अब बचपन न रहा वो तो जिम्मेदारी के बोझ तले दब गया था। जो खेलते थे पैर कभी आंगन मे बेफिक्र, उनके कंधों तले बस्ता था, अब मजबूरीयों से मायूस सा है बच्चा, जो कभी पेड़ की छांव तले हस्ता था। मुझे मेरा बचपन बहुत प्यारा था क्योकि, बचपन ही तो था जो निस्वार्थ और न्यारा था, मगर जब मेरे बचपन को आज के बचपन से तोला मैने, तो पाया ये जहां ही बचपन का हत्यारा था। "बचपन" 👶 #बचपन #बच्चा #याद #जीवन #बचपन #जिम्मेदारी #बस्ता #रस्ता #प्यारा #न्यारा #बचपनकीयाद #nojoto #nojotoquotes #quotesoftheday #postoftheday #nojotobachpan #bachpankigali.