ये दुनिया रंगमंच है बस , नए किरदार में ढल जा । नई कश्ती , नया मांझी , नई पतवार में ढल जा ।। मजहबी ढंग में , सियासी जंग चलती है । चल तू अब चलकर , किसी हथियार में ढल जा ।। यहां क्या , कौन अपना , किसी का कुछ नहीं 'अदीज़' । चल तू किसी मज़ार के , किरायेदार में ढल जा ।। #suyogyadz333 #suyogyasingh #nojotohindi #nojoto #nojotodiary