कांग्रेस के विखंडन वादी स्वर इस लेख में प्रकाश जावेडकर ने कांग्रेस की लगातार जाते जाने का उल्लेख दो भाषणों के द्वारा किया है वर्तमान दूर बामन उनमें कांग्रेसका डीएनए करूविल वायरस के मंदिर लगा तरु बदलता रहा है रेडियोधर्मी हो चुकी कांग्रेसका स्फूर्ति विखंडन जारी है लेकिन भारत के संघीय रूप की विवेचना अंबेडकर के मार्च राष्ट्रीय रूप में रखी गई थी भारत राज्यों का संघ है लेकिन यह परिषद एक इकाई है इसमें किसी राज्य की कई छुटकारा अलग ना हो नेता अधिकारी ना गुंजाइश छोड़ी जाएगी पंजाब के मुख्यमंत्री चेन्नई पर माउथपीस है जो उन्होंने भी अखंडता सौरव को अपना आवाज देते हुए दिखाई दे कहीं एक मामला ऐसा नहीं है राइफल से सर्जिकल स्ट्राइक कल तक कांग्रेस के देश की अखंडता सब औरतों को ठगा देने के वाले बयान आते रहे हैं वजह है कि कांग्रेस के पास आज मुख्यता विपक्ष होने की हैसियत भी सीट नहीं रही है ©Ek villain #कांग्रेस की स्थिति पर चिंतन #selflove