तुम छोड़ दोगे, हम मर नही जाएंगे, करोगे नज़रंदाज़ गुम हो नही जाएंगे, कुछ फीके होंगे रँग कुछ सुस्त होंगे कदम, मगर इस धूप में धुंधले हो नही जाएंगे तुम नही कोरोगे बात, देखोगे नही मुझे, तुम नही करोगे याद सोचोगे नही मुझे, चलो ये सब बातें, महज़ बातें ही हैं, कोरी कसमें है, कसमें सभी खाते ही है अब इन बातों में कहाँ, हम छलक जाएंगे बिन तेरे अब जीयेंगे, मर नही जाएंगे सुनो मैं मुतमईन हूँ, इस ज़ाहिरी फ़ैसले से इस उलझे से मरहले से, इस कमज़ोर से बुलबुले से, हम भटकेंगे ज़रूर, हम उकताएँगे लेकिन कसम तुम्हारी खो नही जाएंगे (फ़ायक़ इन मूड) #mar_jaye #peace