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भास्कर सैनी, ऑटोमोबाइल इंजीनियर,TVSian,एक्स -अंडर

भास्कर सैनी, 
ऑटोमोबाइल इंजीनियर,TVSian,एक्स -अंडर 18, हॉस्टल का सरदार, सदर बाजार की शान, हमारा ये दोस्त आज हमसे दूर है  बचपन और बचपना तेरे अंदर कितना था,मुलाकातें तो बहुत हुई थी तुझे तेरा रूम न. 33 में New Year वाला dare,यूँ तेरा हॉस्टल में भंडार घर के लिए सब को बुलाना, डेयरी जाने के लिए सभी को मोटीवेट करना , हॉस्टल की छतों पर बेबाक दौड़ना , और भी बहुत जो अब सिर्फ यादे हैं सच मे यार कितने खुश थे हम ,लोगो को #दीदी के डर से डरा कर ,सीनियर्स को उनके निक नामे से चिढा कर, और  ट्रुथ एंड डेयर के बहाने अपना दिल हल्का कर, रातों मे जागकर, किसी के हाथो की मैगी खाकर, सोयाबीन को पनीर कहकर, भंडारघर मे रात भर जागकर, मगर शायद यार अब ये वक़्त वापस नही आएगा, हम में से कोई नही अब शायरी के महफ़िल सजाएगा ,माल है भाई माल है.... वाले नारे अब कोई नही लगाएगा, GPL के बिन अब हर कोई जन्मदिन मनाएगा बस इतना ही कहूंगा की
शुक्रिया यार हमारी यादों की गुल्लक में हमारी नादानियों के हसींन सिक्के डालने के लिए, शुक्रिया हमारे GPL में मजबूत दावेदार बनने के लिए, शुक्रिया यार हमारे हॉस्टल वाले दिनों को यादगार बनाने के लिए,उम्मीद है तुझे तेरी मंजिल जल्द ही मिलेगी बस तू यूँ ही हँसता और मुस्कराता रह और लोगो को हंसाता रह
जन्म दिन मुबारक भास्कर सैनी भाई
.... #जलज कुमार भास्कर सैनी, 
ऑटोमोबाइल इंजीनियर,TVSian,एक्स -अंडर 18, हॉस्टल का सरदार, सदर बाजार की शान, हमारा ये दोस्त आज हमसे दूर है  बचपन और बचपना तेरे अंदर कितना था,मुलाकातें तो बहुत हुई थी तुझे तेरा रूम न. 33 में New Year वाला dare,यूँ तेरा हॉस्टल में भंडार घर के लिए सब को बुलाना, डेयरी जाने के लिए सभी को मोटीवेट करना , हॉस्टल की छतों पर बेबाक दौड़ना , और भी बहुत जो अब सिर्फ यादे हैं सच मे यार कितने खुश थे हम ,लोगो को #दीदी के डर से डरा कर ,सीनियर्स को उनके निक नामे से चिढा कर, और  ट्रुथ एंड डेयर के बहाने
भास्कर सैनी, 
ऑटोमोबाइल इंजीनियर,TVSian,एक्स -अंडर 18, हॉस्टल का सरदार, सदर बाजार की शान, हमारा ये दोस्त आज हमसे दूर है  बचपन और बचपना तेरे अंदर कितना था,मुलाकातें तो बहुत हुई थी तुझे तेरा रूम न. 33 में New Year वाला dare,यूँ तेरा हॉस्टल में भंडार घर के लिए सब को बुलाना, डेयरी जाने के लिए सभी को मोटीवेट करना , हॉस्टल की छतों पर बेबाक दौड़ना , और भी बहुत जो अब सिर्फ यादे हैं सच मे यार कितने खुश थे हम ,लोगो को #दीदी के डर से डरा कर ,सीनियर्स को उनके निक नामे से चिढा कर, और  ट्रुथ एंड डेयर के बहाने अपना दिल हल्का कर, रातों मे जागकर, किसी के हाथो की मैगी खाकर, सोयाबीन को पनीर कहकर, भंडारघर मे रात भर जागकर, मगर शायद यार अब ये वक़्त वापस नही आएगा, हम में से कोई नही अब शायरी के महफ़िल सजाएगा ,माल है भाई माल है.... वाले नारे अब कोई नही लगाएगा, GPL के बिन अब हर कोई जन्मदिन मनाएगा बस इतना ही कहूंगा की
शुक्रिया यार हमारी यादों की गुल्लक में हमारी नादानियों के हसींन सिक्के डालने के लिए, शुक्रिया हमारे GPL में मजबूत दावेदार बनने के लिए, शुक्रिया यार हमारे हॉस्टल वाले दिनों को यादगार बनाने के लिए,उम्मीद है तुझे तेरी मंजिल जल्द ही मिलेगी बस तू यूँ ही हँसता और मुस्कराता रह और लोगो को हंसाता रह
जन्म दिन मुबारक भास्कर सैनी भाई
.... #जलज कुमार भास्कर सैनी, 
ऑटोमोबाइल इंजीनियर,TVSian,एक्स -अंडर 18, हॉस्टल का सरदार, सदर बाजार की शान, हमारा ये दोस्त आज हमसे दूर है  बचपन और बचपना तेरे अंदर कितना था,मुलाकातें तो बहुत हुई थी तुझे तेरा रूम न. 33 में New Year वाला dare,यूँ तेरा हॉस्टल में भंडार घर के लिए सब को बुलाना, डेयरी जाने के लिए सभी को मोटीवेट करना , हॉस्टल की छतों पर बेबाक दौड़ना , और भी बहुत जो अब सिर्फ यादे हैं सच मे यार कितने खुश थे हम ,लोगो को #दीदी के डर से डरा कर ,सीनियर्स को उनके निक नामे से चिढा कर, और  ट्रुथ एंड डेयर के बहाने