त्रिकोणीय लगाव... था बहुत गहरा सा, अंतर्मन जुड़ाव सा.. चली एक आंधी ऐसे, बिखरी जिंदगी जैसे.. शाख से टूटी फिर टहनी, तीनों की हुई अलग कहानी.. भरने में शायद लगे समय, गुजरा पल शायद आ मिले.. शायद समझ जाये तीनों.. जुड़े और बन जाये त्रिकोण.. #त्रिकोण #गहरालगाव #तेरेलिये #तूलिका