™एक पत्थर को इन्सां में बदलने के लिये , खुद अपने आप को शीशे सा बनाया मैने... ये और बात कोई बात वो समझे ही नहीं हरेक बात को कई बार बताया मैने... बात सच ये है कि ये सच उन्हें मालूम नहीं अपना जज्बा कई तरह से जताया मैनें... ये और बात कोई बात वो समझे ही नहीं