ओ साथी! तेरे बगैर मेरे गुमसुम से दिन,गुमसुम सी रातें हैं, तेरे होने से ही मेरी जिंदगी में प्यार की खट्टी - मीठी बातें हैं। तेरा साथ पाकर ही तो मेरी दुनिया हँसती और मुस्कुराती है, तेरे बगैर तो झूठे लगते मुझको ये सारे ही रिश्ते और नाते हैं। ❤सुप्रभात ❤ 👉🏻 प्रतियोगिता- 366 विषय 👉🏻 🌹"गुमसुम"🌹 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है I कृप्या केवल मर्यादित शब्दों का प्रयोग कर अपनी रचना को उत्कृष्ट बनाएं I 🌟कृपया font size छोटा रखें जिससे wallpaper ख़राब नहीं लगे और Font color का भी अवश्य ध्यान रखें ताकि आपकी रचना visible हो।