एक सांस आजादी कि अब उन्हें भी तूम लेने दो, धरती को आजाद कहते हो तो उनकी बेटियों को भी आजाद रहने दो। पन्ऩो कि तरह उन्हें हर पल यूं किताबों में ना कैद करो, किसी शायरी के अल्फा़जों कि तरह उन्हें भी आजादी से कहने दो। पैरों में बेडिंयां बांध कर उनके बल को यूं ना कमजोर करो, उनहें भी अपने ख्वाब लिए अब आस्मान में खूल कर उड़ने दो। #independentlife #independenceforwomens #independenceday #yqpoetry #yqbaba #yqdidi #yqdada #yqhindi