चढ़ल बाटे सावन देख मन हरियाईल बा, चौक शिवाला पे भांग कुटाईल बा, मन तरसता तनी ला के चखा द ना, एहो हमार गौरी -2 तनी मांग के हमरो खिया द ना। हम हई जगत के माता, लोग हमरो के पूजे जाता, कईसे हम ओहिजा मुहवा दिखाईब ना, ए हो मेरे भोले -2 हमसे ई भंगिया आईं ना। हम हई नाथ टिकल हमरे पे बात, बिना भंगीया बा सुना सबे रात, कावरियां भी खाली हाथ जाई ना, ए हो गणेश के माई-2 तनी मांग के हमरो खिया दा ना। त्रिलोकी रउवा बानी हम राउर हई रानी, बतिया हमार मानी भक्तन के संभाली, भर भर चिलम रउवा धुवां में उड़ाई ना, ए हो मेरे भोले -2 हमसे ई भंगिया आईं ना। हम पंचतंत्र के स्वामी हई मंत्र में ज्ञानी, बिना नशे के देख चढ़ावे पड़ी पानी, घुटताटे हमर दम फेल भईल चिलम, देख कोरोना के दवा बनाईब ना, एहो हमार गौरी -2 तनी मांग के हमरो खिया द ना। जब कोरोना के बडूवे बात, हम्हू बानी रउवा साथ, हम ता लावतानी भगिया तू हूं हो जा तनी भगवईया ना, ए हो मेरे भोले -2 हमही ई भांगिया लाईन ना। चढ़ल बाटे सावन देख मन हरियाईल बा, चौक शिवाला पे भांग कुटाईल बा, मन तरसता तनी ला के चखा द ना, एहो हमार गौरी -2 तनी मांग के हमरो खिया द ना। हम हई जगत के माता, लोग हमरो के पूजे जाता, कईसे हम ओहिजा मुहवा दिखाईब ना,