चौबे जी आज काफी दिनों बाद मुखातिब हुए तो हमने पूछा कहाँ थे कुछ दिनों से । असल में दिवाली बाद की न तो पंगत पूरी हुई न ही कुछ दिनों से फ्री का मीठा पान मिला तो हम अलग समस्या में थे । कभी कभी सोचते हैं के शायद चौबे जी की यूटिलिटी कोई नहीं समझता । रोज़ अपना मटके सा पेट लिए हाथ में पान की डिबिया थामे जब चौबे जी राजू की दुकान आ जाएँ समझ लीजिए महफ़िल सजने में देर नहीं । रोज़ की ख़बरों पर चर्चा और उसपर चौबे का तीखा टेक ही हमारा "बिग बॉस" और "झलक दिखला जा" है । राजू का कहना था के वो "सोनम गुप्ता" नाम की कन्या के लिए बड़ा दुखी हैं । 10 के नोट से लेकर 2000 तक उनका आशिक़ आज भी उन्हें बेवफा कहता आ रहा था । चौबे जी ने बस इतना कहा के असली बुड़बक तो ऊ लौंडा है जो रेजगारी की आड़ में गुप्ता जी की लड़की की बदनामी कर रहा था । अगर वो खुद होते तो सीधे घर पहुँच बतिया के आते । फिर हमने बस अपने को उनकी कॉलेज गर्लफ्रेंड का ज़िक्र करने से रोका जो आज मिसेज़ शर्मा थी । लगता है चौबे ही वो आशिक़ था जिसने ये "सोनम गुप्ता" का कर्मकांड शुरू किया था । अच्छी बात है, इसी बहाने और रायता नहीं फैला । हम तो बस कह रहे थे #EP4 Follow all episodes on #HTBKRT and #AdventuresOfChoube #CalmKaziWrites #HindiSeries #YQDidi #YQBaba #ShortStory