इस मिट्टी में कही वीर पले, खूँ में जिनके ज्वाला जले। है होश तुझे ऐ क्या इंसा, सरहद की दुनिया केसी है। जरा पूछ तू उस सिपाही से, वो कहेगा माई केसी है? बंदूक उठाकर चलते है वो, चाहे मौसम केसा हो। हर माई अब ये दुआ करे, अभिनंदन जैसा हर बेटा हो। घर पर छोड़ आते है वो, दिल से लगी उस कली को भी। हस-हस के वो सह जाते है, दिल पर लगी इस जली को भी। है नमन तुझे भारत के वीर, सरहद तेरी कर्जदार है। माना सुना तेरा अँगना, तू सच्चा फ़र्ज़दार है। #army