मेरी हिम्मत की दात दो तुम सभी इतने छोटे कमरे मे बैठकर कितने बड़े सपने देख रहा हूँ बहकाते है उनके इशारे हमें हर कदम कदम पर बड़ी मसक्कत से आज कल मैं संभल रहा हूँ नजर भर के देख ले वो अगर तो गिर जायेगे वो सभी जो खुद सख्त लड़के कहते है वो मैं ही हूँ जो उसकी नजरों से खुद नजर अंदाज कर रहा हूँ उसकी आवाज है इतनी कातिल गर बोलते तो हर शख्स उकसे पास बैठ जाए वो मैं ही हूँ पागल अमन जो कड़ी धूप मे चलने का प्रयास कर रहा हूँ मैं जानता हूँ इश्क़ मे बीमार होना चाहते हो तुम सभी फिर क्यूँ मैं तुमको संभालने का प्रयास कर रहा हूँ ©aman mishra 😍😍😍😍 #L♥️ve #shayeyeri Prem Mishra Ram Bhajan Chauhan Kavita Mehta anmol goyal Kavita Mehta