मुश्किल है दौर इतना औऱ उम्र थक गई। अब किससे पूछें जाकर की मंजिल किधर गई? बाज़ार में पूछा था कि इंसानियत मिलेंगी? उन्होंने कहा वो तो कब की मर गई। मुश्किल है दौर