आज नहीं तो कल ज़द में तुम भी आओगे, कब तलक कहाँ, तलक खुद को बचाओगे। यह रब का धर्म नहीं है जालिमों का धर्म है, इन दोगले नेता से तुम कब पार पाओगे। मैं कह रहा हूँ आज भी कुछ वक्त बाकी है, यदि तुम आज ना बोले, कभी कुछ कह ना पाओगे। -बम्भू आज नहीं तो कल #ज़द में तुम भी आओगे, कब तलक कहाँ, तलक #खुद को #बचाओगे। यह #रब का #धर्म नहीं है #जालिमों का धर्म है, इन #दोगले #नेता से तुम कब पार पाओगे। मैं कह रहा हूँ आज भी कुछ #वक्त बाकी है, यदि तुम आज ना #बोले, कभी कुछ कह ना पाओगे।