वो दिन थे सुहाने जब हम थे दीवाने सुबह सुहानी साम रंगीन थी कदमों में आश्माँ सर पर जमीन थी डगमगाते थे कदम ज़िंदगी हसीन थी साथ तुम होते थे मन होता था चंचल देख तुमको घड़ी भर दिल में होती थी हलचल पर अब तुम नही आँखे मेरी नम है खामोशियां हैं लफ्जों में दिल में धड़कने कम है लौट आओ मेरे यार दे दो वही पहला सा प्यार #लौट_आओ_यार #वो_दिन_हसीन_थे #YTM #TYM