हिन्दू धर्म से नफ़रत, ये कुरान नहीं कहता... भारत की मस्जिदें तोड़ो, ये श्रीराम नहीं कहते... रोटी का कोई " धर्म " नहीं होता पानी की कोई " जात " नहीं होती... जहां " इंसानियत " जिंदा है वहां " मज़हब " की बात नहीं होती... किसी को लगता हिन्दू खतरे में है, किसी को लगता मुसलमान खतरे में हैं... धर्म का चश्मा उतार कर देखो यारो... पता चलेगा की नेताओं के कारण हमारा हिन्दुस्तान खतरे में हैं......!! ©maher singaniya कोई मज़हब नहीं सिखाता आपस में बेर रखना...