स्याह घनी रात, सर्द हवायें, चारो तरफ पसरा सन्नाटा। मेरा कमरा, एक धीमी लौ की मोमबत्ती, एक मेंज, मेंज पर कुछ बिखरे हुये पन्ने, मेरी कलम , मैं और मेरी आँखें । मेरी आखों में दुनियाँ, दुनियाँ में वही मन्जर, स्याह घनी रात, सर्द हवायें............. #Raat