#5LinePoetry जिंदगी का क्या भरोसा है ? ये तो एक हवा का झोका-सा है जब तक जान है, जिस्म मे तब तक बस तेरी कहानी है शमसान मे एक दिन तेरी भी मिटनी कहानी है क्यूँ गुरूर करता तू व्यर्थ मे जो ना तेरी निशानी है जरा पहचान तू खुद को क्यों करता आना कानी है, क्यूँ रोता है, तू हर पल ये पल तो एक छलावा है स्वर्ग नही जाना हमको, अपनी जिंदगी को जन्नत बनाना है जिंदगी का क्या भरोसा है ? ये तो एक हवा का झोका-सा ©Kavi VijAy KatiyA #जिंदगी का क्या भरोसा है ? ये तो #एक हवा का झोका-सा है जब तक जान है, जिस्म मे तब तक बस तेरी #कहानी है #शमसान मे एक दिन तेरी भी मिटनी कहानी है