रंग भरे जुराबों की विरह व्यथा तेरे बिन मैं अधूरा, मेरे बिन तेरा कोई मोल नहीं, फिर क्यों बिछड़ जाते हैं हम बार बार, कभी धुलने में, कभी सूखने में, कभी सूखने के बाद उठने में, छोड़ जाती हो कभी तुम जूते के चमड़े की सड़न में, और महकते हो तुम कम्फर्ट कंडीशनर में, कभी झूलता रहता हूँ कई दिन बालकनी की रस्सी पर, फिर भीगता फिर सूखता बारिश के मौसम में, तुम आराम करती गोदरेज की महँगी अलमारी में, या फिर साथ छोड़ देती हो मेरा बालकनी से सोफे तक पहुँचने के सफर में, कहीं किसी कोने में, बच्चों की खिलौनों में मैं करता तुम्हारा इंतज़ार..... तुम्हारा better half... तुम्हारा जुड़वा जुराब... #yqbaba #puppetshow #puppeteer #जुराब