असतो म सद्गमय, तमसो म ज्योर्तिगमय मृत्योर्मा अमृतं गमय, ॐ शांति, शांति, शांति "इंदिरा छंद " चल असत्य से सत्य ओर तू तमस को प्रभा संग जोड़ तू अमर हो चलो मृत्यु भ्रांति हो प्रकृति देह या देव शांति हो असतो मा सद्गमय