तुझसे क्या पोशीदा, तू ही तो राज़दार है । मेरी ज़िंदगी , मेरी बन्दगी, मेरा क़रार है।। तू ही तो है मेरी ज़ीस्ते चमन का बाग़बां । तुझसे क्या पोशीदा, खिज्रे - बहार है ।। तू ही तो चारासाज़ है, तू ही तो चारागर । तू ही तो जिन्दगी का , ग़मगुसार है ।। Urdu_Word_Collab_Challenge_ Collab करें मेरे साथ 👉 Urdu_Hindi Poetry आज का लफ्ज़ है "पोशीदा" अब पहले की तरह एक विजेता नहीं बल्कि 3 विजेता चुना जाएगा,, जो सबसे पहला विजेता होगा उनको testimonial किया जाएगा ! और दूसरे और तीसरे नंबर वाले विजेता को 'हाइलाइट' किया जाएगा। Example: