#DearZindagi #Dearzindagi तेरा क्या भरोसा ? पलमें तू हसाती है, पल में तू रुलाती है ! न जाने कैसे कैसे ख्वाब तू दिखाती है ! कभी तेरे भरोसे हमने जीना छोड़ दिया, कभी तुजसे ही अपना मुंह मोड़ लिया । कभी तुजे अपना समजा कभी समजा बेगाना । हरदम तुजसे जुड़े रहे हम फिर भी !!!! तू क्यों किसी और के लिए जी रही ??? #DearZindagi