जिसे तू बचपना कहता है वो मेरा प्यार था हाँ रस्मों से अलग था पर मेरा संसार था जिसे तू बचपना कहता है वो मेरा प्यार था थोड़ा रस्मों से अलग था थोड़ा रिवाजों से पालना था उसे, पाला नाज़ों से तेरे लिए माना सब कुछ छलावा था पर मैंने दिल से सोचा था मैं आज़ाद था दिमागों से तूने छोड़ा जोड़ा जिस जिस से वो तेरा हथियार था जिसे तू बचपना कहता है वो मेरा प्यार था #NojotoQuote #दोटूक