आज भी तेरी सदा सुन, साँसों की लय बदल जाती है | दिल की धड़कन तेज़ हो जाती है, बेचैनी -सी बढ़ जाती है | नाराज़ मेरे हर सपने में आस भर जाती है | ये जो तूफान तन्हाई लायी है, आशा की हर किरण बुझा-सी जाती है | आज हर आइना बिखर सा जाता है, हर सपना नाराज़ नज़र आता है | वो पल भर में तेरा मुश्किलें सुलझाने से ज़्यादा तेरा हाथ छोड़ देना याद आता है, आज हर सपना नाराज़ नज़र आता है | फिर भी दिल का चैन तू ही है मेरा, लौट आए तो भूला अफसाना तू ही है मेरा | पलकें झुकाने पर दिल के पास तू ही नज़र आता है, आज हर सपना नाराज़ नज़र आता है | नाराज़ सपना #सपना