इससे पहले की उसपर किसी और कि नज़र पड़े ख़ुदा कोई करामात करे कि,मुझे ख़बर पड़े उसके बेपरवाही से मुझे कोई उलझन तो नही बस उसके सिर पर मेरे ही इश्क़ का अंबर पड़े उसका वास्ता ही न हो किसी शख़्स से उसे सिर्फ मैं मिलू या कोई बर्बर मिले सब भूल जाए वो जब मैं साथ रहूं उसे सब पता हो,गर रक़ीब रहबर मिले वो साथ हो तो दुनिया रंगों से भरी हो वो बिछड़े तो अगले ही कदम कब्र मिले ©क्षत्रियंकेश अंबर!