नैनों ने नैनों में ही मदिरा घोली रात भर,चाँद को पाने की चाहत में खिड़की खोली रात भर... प्रणय सेज़ पर मैने आमंत्रण उसका स्वीकार किया; मैं चुप वो चुप हम दोनो ही चुप,चूड़ी बोली रात भर... #pranaysez